तेरे हाथों में मेरा हाथ
वो पहली मुलाकात
तेरे मेरे प्रेम की शुरुआत
आँखों में बुनते ख़्वाब
तेरे हाथों में मेरा हाथ
हौले से तेरा मुस्कराना
शर्म से आँखों को छुपाना
लम्बी होती सांसे
जुबाँ होती खामोश
ना तेरे लबों पे लफ़्ज
ना मेरे लबों पर लफ़्ज
बस दिलों का आलिंगन
और मोहब्बत में डूबे दो दिल..राम